प्रमुख समाज सुधारक एवं उनके कार्य

19वीं सदी में राजा राम मोहन राय, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, स्वामी दयानंद सरस्वती तथा सावित्रीबाई फुले, पंडिता रमाबाई आदि समाज सुधारक हुए, जिन्होंने समाज में महत्वपूर्ण बदलावों का नेतृत्व किया। तात्कालिक भारतीय समाज बाल विवाह, बहुविवाह और सती जैसी प्रथाओं से ग्रस्त था। इनके द्वारा सामाजिक न्याय, तर्कसंगतता और प्रगति को बढ़ावा दिया गया।

राजा राम मोहन राय:

  • राजा राम मोहन राय का जन्म 1774 में बंगाल प्रेसीडेंसी के हुगली जिले में हुआ था। इन्हें 'भारतीय पुनर्जागरण' के जनक के रूप में भी जाना जाता है। राजा राम मोहन राय सती प्रथा का विरोध करते थे। इनके प्रयासों का ही ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष