ऐतिहासिक शहरी परिदृश्य परियोजना
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 20 जुलाई, 2021 को राज्य के ग्वालियर और ओरछा शहरों के लिए ‘ऐतिहासिक शहरी परिदृश्य परियोजना’ (भ्पेजवतपब न्तइंद स्ंदकेबंचम च्तवरमबज) का वस्तुतः शुभारंभ किया।
- महत्वपूर्ण तथ्यः इस परियोजना को वर्ष 2011 में संस्कृति और विरासत को संरक्षित करते हुए तेजी से बढ़ते ऐतिहासिक शहरों के समावेशी और सुनियोजित विकास के लिए शुरू किया गया था।
- भारत में अजमेर और वाराणसी सहित दक्षिण एशिया के छः शहर पहले से ही इस परियोजना में शामिल हैं। ओरछा और ग्वालियर को 7वें और 8वें शहर के रूप में शामिल किया गया है।
- शहरों को यूनेस्को, भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा संयुत्तफ़ रूप से उनके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सुधार पर ध्यान केंद्रित करके विकसित किया जाएगा।
- इस परियोजना से मध्य प्रदेश में पर्यटन को एक नया आयाम मिलेगा। पर्यटन के विकास के साथ-साथ रोजगार के अतिरित्तफ़ अवसर भी सृजित होंगे।
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राष्ट्रीय परिदृश्य
- 1 तेलंगाना का रुद्रेश्वर मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित
- 2 धोलावीरा यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित
- 3 वन अधिकार अधिनियम कार्यान्वयन हेतु संयुक्त पत्र
- 4 पूर्वोत्तर आयुर्वेद और लोक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान
- 5 राष्ट्रीय आयुष मिशन को जारी रखने की मंजूरी
- 6 इनसेफेलाइटिस प्रभावित पांच राज्यों में नल के पानी की आपूर्ति
- 7 ड्रोन नियम 2021 का मसौदा
- 8 भारत कोविड-19 आपात प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य प्रणाली तैयारी पैकेज-चरण 2
- 9 स्कूल नवाचार दूत प्रशिक्षण कार्यक्रम
- 10 कृष्णा और गोदावरी नदी प्रबंधन बोर्ड अधिकार क्षेत्र
- 11 2020 में बिजली गिरने में 22-6% की वृद्धि
- 12 शेकटकर समिति
- 13 प्रोजेक्ट-75I
- 14 इन्क्लूसिव सिटीज सेंटर
- 15 ऑक्सफ़ैम रिपोर्टः भारत में स्वास्थ्य संकेतकों में भारी असमानता
- 16 नदी तट पर स्थित शहरों के लिए संरक्षण योजना
- 17 भुलाए जाने का अधिकार
- 18 भारत में निगरानी कानून
- 19 न्यायपालिका के लिए बुनियादी ढांचा सुविधाओं का विकास
- 20 नये सहकारिता मंत्रालय का गठन
- 21 संयुक्त जिला शिक्षा सूचना प्रणाली प्लस 2019-20 रिपोर्ट
- 22 ‘निपुण’ भारत मिशन
- 23 केंद्रीय मंत्रिमंडल में फ़ेरबदल