सार्वर्भौमिक स्वास्थ्य कवरेज

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज का अर्थ देश के किसी भी भाग में बसे समस्त नागरिक को आय के स्तर , सामाजिक स्थिति , लिंग , जाति या धार्मिक भेदभाव के बीना स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुँच सुनिश्चित करने से है|

इसका उदेश्य वहनीय , उत्तरदायी गुणवत्ता एवं यथोचित स्वास्थ्य सेवाओं के आश्वासन को सुनिश्चित करना है | इसके तहत स्वास्थ्य संवर्धन से लेकर रोकथाम , उपचार पुर्नवास और उपशामक देखभाल तक सभी स्वास्थ्य सेवाएं शामिल है |

सतत् विकास के लिये एजेंडा-2030 के तहत सभी देशों ने वर्ष 2030 तक सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने के लिये प्रतिबद्धता व्यक्त की है।

महत्व

  • सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज न केवल स्वास्थ्य और कल्याण से संबंधित सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये मूलभूत शर्त है बल्कि यह अन्य लक्ष्यों जैसे-गरीबी उन्मूलन (SDG-1), गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (SDG-4), लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण (SDG-5 ), उत्कृष्ट कार्य और आर्थिक वृद्धि (SDG-8), बुनियादी ढाँचा (SDG-9), असमानता कम करना (SDG-10 ), न्याय और शांति (SDG-16) आदि की प्राप्ति के लिये भी आवश्यक है।

लाभ

  • यह संक्रामक रोगों और रोगाणुरोधी प्रतिरोध के प्रति सुभेद्ता को कम करता है|
  • यह सामुदायिक लचीलापन बढ़ाता है |
  • स्वास्थ्य पर गरीबों के धन खर्च को कम कर उनकी बचत को बढ़ाता है |
  • जन्सान्खियिकी लाभांश को लाभ प्राप्त होता है |
  • गरीब, महिला और कमजोर वर्गों को स्वस्थ जीवन का आधार प्रदान करता है |

चुनौती

  • स्वास्थ्य के क्षेत्र में केवल जीडीपी का लगभग 2.5% का व्यय
  • बुनयादी स्वास्थ्य ढाँचे की कमी |
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य केन्द्रों की कमी
  • निजी स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों द्वारा लगभग 70% सेवा प्रदाता
  • स्वास्थ्य बीमा का ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कम पहुँच
  • स्तनपान , स्वच्छता , टीकाकरण और और स्वास्थ्य संबंधी अन्य जागरूकता की कमी