पोषण सुरक्षा की भारत की चुनौतियाँ

‘‘खाद्य और पोषण सुरक्षा उस समय प्राप्त की जाती है, जब एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए सभी व्यक्तियों द्वारा हर समय पर्याप्त भोजन द्धमात्र, गुणवत्ता, सुरक्षा, सामाजिक-सांस्कृति स्वीकार्यताऋ उपलब्धा हो और उसका संतोषजनक रूप से उपभोग किया जाए। पोषण सुरक्षा = खाद्य सुरक्षा + सभी वर्षों में सभी आबादी के लिए पर्याप्त गुणवत्ता के साथ सभी आवश्यक पोषक तत्व से सम्बन्धित है।

पोषण सुरक्षा की भारत की स्थिति

  • भारत में 19.5 करोड़ कुपोषित लोग हैं 47 मिलियन बच्चे या बाल आबादी का 40 प्रतिशत या तो मानव क्षमता को पूरा नहीं कर प् रहे है या नहीं तो निम्नलिखित समस्याओं का सामना कर रहे है जैसे:
    • बौनापन
    • ह्रासमान सीखने के परिणाम
    • खराब शैक्षणिक प्रदर्शन
    • खराब प्रतिरक्षा प्रणाली
    • घटा हुआ आय प्रदर्शन
    • बाल आबादी में अधिक वजन या मोटापा
    • यह संचारी रोगों को भी बढ़ाता है

चुनौतियां

  • हमने खाद्य उत्पादन में खाद्य पर्याप्तता प्राप्त कर ली है लेकिन खाद्य उत्पादन में नई समस्याएँ सामने आ रही हैं जैसे:
    • जलवायु परिवर्तन कृषि उत्पादकता को कम कर रहा है
    • जनसंख्या वृद्धि की तुलना में कृषि विकास का कम होना
    • रासायनिक उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग के कारण भूमि का क्षरण
    • भारत में मरुस्थलीकरण का बढ़ना

प्रमुख पहल: भोजन की उपलब्धता के लिए

  • राष्ट्रीय किसान विकास योजना
  • हरित क्रांति
  • श्वेत क्रांति
  • एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम
  • प्रति बूंद अधिक फसल
  • राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन

पोषण तक पहुँच हेतु उठाए गए कदम

  • पीडीएस प्रणाली
  • ई-मार्केट/ई-नाम स्थान
  • मध्याह्न भोजन योजना
  • गर्भवती माताओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए आंगनवाड़ी प्रणाली
  • सामर्थ्य के लिए: 2022 तक कृषि आय को दोगुना करना।
  • महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम। (मनरेगा)
  • राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका कार्यक्रम

पोषण सुरक्षा

  • राष्ट्रीय गेहूं के आटे की फोर्टिफिकेशन नीति
  • भोजन को फोर्टिफिकेशन और विविधीकरण की आवश्यकता है, ताकि पोषण सुरक्षा प्रदान की जा सके।
  • कमजोर समाज में खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013
  • खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारानई दिल्ली में खाद्य और पोषण सुरक्षा पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसका उद्देश्य क्रॉस लर्निंग को सुविधाजनक बनाना और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत योजनाओं के लिए सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों का विस्तार तथा पोषण सुरक्षा को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है।
  • इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य खाद्य सुदृढ़ीकरण, खाद्य पदार्थों में विभिन्नता लाने, फसल विविधीकरण, एकीकृत अन्न वितरण पोर्टल 2.0, पीडीएस और भंडारण क्षेत्र में सुधार पर चर्चा करना है।कुछ राज्यों में अपनाई जा रही सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को भी व्यापक रूप से प्रसारित करने के लिए उन्हें साझा किया जाएगा।
  • यह सम्मेलन देश में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में बदलाव लाने के उद्देश्य से सहकारी संघवाद की सच्ची भावना में निहित चुनौतियों तथा अवसरों को प्रतिबिंबित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करेगा।