अध्यक्षः सुमित्र बोस।
उद्देश्यः गरीबों की वास्तविक संख्या का पता लगान।
सिफारिशः समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सामाजिक-आर्थिक जातिगत जनगणना को आधार बनाकर देश में गरीबों की गणना की जानी चाहिये। इसमें संसाधनहीन लोगों को शामिल किया जाए तथा जो संसाधन युत्तफ़ हैं, उन्हें इसमें शामिल न किया जाए।