गठन : वर्ष 1991 में।
अध्यक्ष : एम. नरसिंहम
उद्देश्य : बैंकिंग क्षेत्र में सुधार करना।
प्रमुख सिफारिशें : इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि बैंकिंग क्षेत्र में चार स्तरीय ढांचे की व्यवस्था की जाए, जिसमें तीन या चार बड़े बैंक होंगे, जो इसमें शामिल होगा और इसे शीर्ष स्थान प्राप्त होगा तथा यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना कार्य कर सकेगा।
कार्य : भारत के बैंकिंग सुधारों की समीक्षा करना और उसके लिये उपर्युक्त सुझाव देना था।