इस्पात स्क्रैप पुनर्चक्रण नीति

केंद्रीय इस्पात मंत्रालय द्वारा इस्पात/स्टील स्क्रैप पुनर्चक्रण नीति (ैजममस ैबतंच त्मबलबसपदह च्वसपबल) लागू किया गया है जिसका उदेश्य स्क्रैप के आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए इस नीति में लौह स्क्रैप के लिए एक पर्यावरणीय अनुकूल प्रबंधन प्रणाली स्थापित करना है।

  • इस प्रणाली के तहत पूरे भारत में ‘धातु स्क्रैपिंग केंद्रों’ (उमजंस ेबतंचचपदह बमदजमते) के माध्यम से लौह स्क्रैप के प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण को प्रोत्साहित किया जाएगा। ये स्क्रैप प्रसंस्करण केंद्र, रेडियोधर्मी पहचान उपकरणों (तंकपवंबजपअम कमजमबजपवद मुनपचउमदज) से सुसज्जित किये जाएंगे।
  • नई नीति में स्क्रैप आधारित स्टील बनाने की प्रौद्योगिकियों को ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में परिकल्पित किया गया है।

उद्देश्यः इस्पात क्षेत्र में पुनर्चक्रण पर आधारित चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना।

  • नई इस्पात स्क्रैप नीति से भविष्य में स्टील स्क्रैप की मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को कम किया जा सकेगा और 2030 तक स्टील स्क्रैप के मामले में देश आत्मनिर्भर हो सकेगा।