इस नीति में देश में ही उच्च गुणवत्ता वाले इस्पात उत्पादन को सुनिश्चित कर उद्योग को तकनीकी रूप से उन्नत एवं वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा बनाने तथा घरेलू इस्पात की खपत बढ़ाने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
नीति के प्रमुख प्रावधान
प्रमुख लक्ष्यः क्षमता में पर्याप्त वृद्धि को प्रोत्साहित करना।