सागरमाला कार्यक्रम

सागरमाला कार्यक्रम भारत के 7,500 किलोमीटर लंबी तटरेखा, 14,500 किलोमीटर लंबी संभावित नौगम्य जलमार्ग तथा प्रमुख समुद्री व्यापार मार्गों पर स्थित सामरिक स्थानों का लाभ उठाकर देश में बंदरगाह आधारित विकास को बढ़ावा देने के लिए बंदरगाह, नौवहन तथा जलमार्ग मंत्रालय का प्रमुख कार्यक्रम है।

  • सागरमाला कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य निर्यात, आयात तथा घरेलू व्यापार के लिए रसद लागत को कम करना है।
  • सागरमाला कार्यक्रम के जरिए देश की कोस्टल इकॉनॉमी को मजबूत किया जा रहा है।
  • पुराने बंदरगाहों के आधुनिकीकरण के साथ ही, नए बंदरगाह बनाए जा रहे हैं। हमारे कोस्ट, विकास के गेटवेज हैं। इसलिए सरकार ने कोस्ट पर कनेक्टिविटी और वहां के इफ्रॉस्ट्रक्चर को आधुनिक बनाया जा रहा है।