चारधाम परियोजना

चारधाम परियोजना का उद्देश्य हिमालय में चारधाम तीर्थस्थलों (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) के लिये कनेक्टिविटी में सुधार करना है। यह परियोजना तीर्थ स्थलों और कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग-125) के टनकपुर-पिथौरागढ़ खंड को जोड़ने वाले लगभग 900 किलोमीटर के राजमार्गों को चौड़ा करेगी।

प्रमुख एक्सप्रेस-वे

  • पूर्वांचल एक्सप्रेस-वेः यह 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे है जो पूर्वी और पश्चिमी यूपी को अर्थात् गाजीपुर को लखनऊ से जोड़ेगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय को गाजीपुर से जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों को आपस में जोड़ने का काम करेगा जिनमें लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर शामिल हैं।
  • गंगा एक्सप्रेस-वेः गंगा एक्सप्रेस-वे की लम्बाई 594 किमी है। यह मेरठ से प्रयागराज तक विस्तृत है। इस एक्सप्रेस-वे से देश के 12 जिले और 519 गांव जुड़ेंगे। यह एक्स्प्रेस-वे मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होता है। यह एक्सप्रेस-वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव को जोड़ता है।
  • गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वेः यह गोरखपुर बाईपास छभ्-27 पर स्थित ग्राम जैतपुर के पास से शुरू होकर आजमगढ़ के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जाकर जुड़ेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे की लंबाई 91-352 किलोमीटर है जो गोरखपुर, अंबेडकरनगर, संत कबीर नगर, आजमगढ़ से होकर गुजरेगा।
  • बुंदेलखंड एक्स्प्रेस-वेः बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296 किलोमीटर है। इससे परियोजना से लाभान्वित जनपद में चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया, इटावा शामिल है। यह एक्सप्रेस-वे झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय मार्ग संख्या-35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट से आरम्भ होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा के पास समाप्त होता है।