वन हेल्थ कंसोर्टियम

दिसम्बर, 2021 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology) ने देश का पहला ‘वन हेल्थ कंसोर्टियम’ (One Health consortium) लॉन्च किया।

  • यह कंसोर्टियम या सहायता संघ देश में जूनोटिक के साथ-साथ सीमा-पार रोगजनकों (transboundary pathogens) के महत्वपूर्ण जीवाणु, वायरल और परजीवी संक्रमण की निगरानी करने की परिकल्पना करता है।
  • ‘वन हेल्थ कंसोर्टियम’, जिसमें डीबीटी-नेशनल इंस्टीटड्ढूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी, हैदराबाद के नेतृत्व में 27 संगठन शामिल हैं, कोविड-19 के बाद भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए सबसे बड़े स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से एक है।

मुख्य बिंदुः वन हेल्थ सहायता संघ में नेशनल इंस्टीटड्ढूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी के अतिरिक्त एम्स (दिल्ली), एम्स (जोधपुर), भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (बरेली) आदि संस्थान शामिल हैं।

  • इसमें भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनेक केन्द्र और वन्य जीव एजेंसियां भी शामिल हैं।
  • इस कार्यक्रम में देश के पूर्वोत्तर भाग सहित देश के किसी भी भाग में जीवाणु संबंधी, वायरल और परजीवी से होने वाले महत्वपूर्ण संक्रमणों की निगरानी करने की परिकल्पना की गई है।
  • इसके लिए मौजूदा नैदानिक परीक्षणों का उपयोग किया जाएगा। बीमारियों की निगरानी और उभरती बीमारियों के प्रसार को समझने का भी प्रयास किया जाएगा।
  • इसके साथ ही जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश की पहली ‘वन हेल्थ’ परियोजना का शुभारंभ किया गया। यह कोविड-19 सहित विभिन्न पशुजन्य रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में सहायक होगा।