इसकी स्थापना 1878 में ब्रिटिश इंपीरियल फॉरेस्ट स्कूल के रूप में हुई थी।
वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून को पूर्वी इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट में 1906 में स्थापित किया गया, ताकि देश में वानिकी अनुसंधान का आयोजन किया जा सके।
इसका इतिहास न केवल भारत में, बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में वैज्ञानिक वानिकी के विकास का पर्याय है।
आजादी के बाद इसे वन अनुसंधान संस्थान और कॉलेज के नाम से जाना जाने लगा।