भारत सरकार द्वारा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अधीन 3 फरवरी, 1947 को केन्द्रीय समुद्री मत्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (Central Marine Fisheries Research Institute) की स्थापना की गयी और बाद में वर्ष 1967 में संस्थान को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत शामिल कर दिया गया।
प्रमुख कार्यः जलवायु और मानवजनित गतिविधियों के प्रभाव सहित अनन्य आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone) के समुद्री मत्स्य पालन संसाधनों की निगरानी और आंकलन करना तथा सतत मत्स्य प्रबंधन योजनाओं का विकास करना।