प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (वाटरशेड विकास घटक)
यह 2015 में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा केवल वाटरशेड विकास घटक संचालित की जाती है।
इसके तहत अपवाह जल का प्रभावी प्रबंधन और मृदा संरक्षण से संबंधित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। मनरेगा का उपयोग आवश्यक अवसंरचना बनाने के लिए किया जाता है।