इसे 2012 में जारी किया गया था, अल्पसंख्यक महिलाओं में आत्म-विश्वास पैदा करने के लिए इसे 2012 में आंरभ किया गया था, जिसमें एक ही गाँव/क्षेत्र में रहने वाले अन्य समुदायों के उनके पड़ोसी भी शामिल हैं। इसके अंतर्गत सरकारी सिस्टम, बैंक और अन्य संस्थानों के साथ अंतःक्रिया कर इन्हें ज्ञान, उपकरण और तकनीक प्रदान किया जाता है।