इसे 2017 में अल्पसंख्यक युवाओं को नौकरी उन्मुख कौशल विकास प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, ताकि उन्हें कौशल आधारित रोजगार के लिए सक्षम बनाया जा सके।
हाल के आँकड़ों (2019) के अनुसार, 82 परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों में 77,000 लाभार्थियों को लाभ प्रदान किया जा चुका है।