विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा हाल ही में जारी ‘खसरा निगरानी आंकड़ों’ (mesales surveillance data) के अनुसार, जुलाई 2018 और जून 2019 के बीच दर्ज खसरे के मामलों की संख्या के आधार पर भारत चौथे स्थान पर है। भारत में इस दौरान खसरे के 39,299 मामले दर्ज किये गए। वहीं इसके सर्वाधिक 150,976 मामले मेडागास्कर में दर्ज किये गए। इस संबंध में यूक्रेन और फिलीपींस क्रमशः दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहे; जहां क्रमशः 84,394 तथा 45,847 मामले पाए गए। हालांकि, शीर्ष 10 देशों में भारत में खसरा होने की प्रति मिलियन दर (29.68) सबसे कम थी।
रिपोर्ट के अनुसार भारत में खसरे के मामलों की संख्या में कमी आई है, जो वर्ष 2018 में 69,391 की तुलना में वर्ष 2018 में 24,076 तक आ गए (जनवरी और जून 2019 के बीच दर्ज)। वर्ष 2019 की शुरुआत में प्रकाशित एक पेपर के अनुसार भारत में खसरे के कारण होने वाली मौतों का उन्मूलन संभव है।
डब्लूएचओ (WHO) के अनुसार, भारत में एक वर्ष से कम आयु के बच्चे इस वायरस से सबसे अधिक संक्रमित होते हैं। जुलाई 2019 में जारी WHO और UNICEF के कवरेज के आंकड़ों के अनुसार, 86% बच्चों को खसरे के टीके की पहली खुराक मिली है और 69% बच्चों को दूसरी खुराक।