ट्रेकोमाट्स ट्रिकिएसिस से संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि
अप्रैल 2019 विश्व स्वास्थ्य संगठन की 22वीं बैठक के दौरान नए आंकड़े पेश किए गए हैं। आंकड़े दर्शाते हैं कि ‘ट्रेकोमाट्स ट्रिकिएसिस’ (ट्रेकोमा संक्रमण में दृष्टिहीनता का चरण) से पीड़ित लोगों की संख्या 2002 में 76 लाख से घटकर 2019 में 25 लाख रह गई है।
ट्रेकोमा आंखों का एक रोग है, जो ‘क्लामिडड्ढा ट्रेकोमैटिस’ नामक बैक्टीरिया से संक्रमण की वजह से होती है।
संक्रमित व्यक्ति की आंखों और नाक से संक्रमणकारी स्राव होने और उसके संपर्क में आने से यह बीमारी होती है।
ट्रेकोमा के मामले अब भी 44 देशों में देखने को मिलते हैं और विश्व भर में 19 लाख लोग इसके कारण दृष्टिहीनता या दृष्टिबाधिता (visual impairment) से पीड़ित हैं।
‘इंटरनेशनल कोएलिशन फॉर ट्रेकोमा कंट्रोल’ के प्रमुख स्कॉट मैकफेरसन ने बताया कि ट्रेकोमा उन्मूलन का तत्काल लाभ यह है कि दृष्टिहीनता का जोखिम झेल रहे लोगों की आंखों की रौशनी बच जाती है, लेकिन ट्रेकोमा पर काबू पाने के प्रयासों में अभिनव साझेदारियों की जरूरत महसूस हुई है, जिससे व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं में मजबूती लाकर सुनिश्चित किया जा सकेगा कि दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले वंचित पीछे न छूटने पाएं।
साल 2018 में दुनिया के 782 जिलों में एंटीबायोटिक दवाइयों के जरिए ट्रेकोमा से ग्रस्त करीब नौ करोड़ लोगों का इलाज किया गया।
1996 में यूएन स्वास्थ्य एजेंसी ने अलायंस में शामिल अन्य साझेदार संगठनों के साथ मिलकर ‘गेट 2020’ (GET2020) शुरू किया था।