यह रिपोर्ट विश्व बैंक द्वारा प्रकाशित की जाती है और 190 देशों की अर्थव्यवस्थाओं में व्यावसायिक नियमों और उनके प्रवर्तन के उद्देश्यपूर्ण उपाय प्रदान करती है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट देशों को डिस्टेंस टू फ्रंटियर (DTF) के आधार पर रैंक प्रदान करती है। यह रैंक स्कोर जो सर्वाेत्तम वैश्विक अभ्यास संबंधी अर्थव्यवस्था के अंतराल को दर्शाता है।
रिपोर्ट में 10 मापदंडों का उल्लेख किया गया है, जो पूरे जीवन चक्र में किसी व्यवसाय को प्रभावित करता हैः
कारोबार शुरू करना।
बिजली का मिलना।
निर्माण अनुमति।
संपत्ति का पंजीकरण।
निवेशकों की सुरक्षा।
क्रेडिट तक पहुंच।
कांट्रैक्ट के नियम।
सीमा-पार व्यापार।
अदा किए जाने वाले कर।
दिवालियापन का समाधान करना।
भारत ने 190 देशों के बीच 77वीं रैंक के साथ अपनी रैंकिंग में 23 अंकों का महत्वपूर्ण सुधार किया है। सबसे बेहतर सुधार ‘निर्माण परमिट’ और ‘सीमा-पार व्यापार’ से संबंधित संकेतकों में हुए हैं।