प्राथमिक, माधयमिक और तृतीयक पवन प्रणालियां

वायुमंडल में वायुदाब में अंतर के कारण होने वाली गति को पवन कहते हैं। वायु उच्च वायुदाब से निम्न वायु दाब वाले क्षेत्रों की ओर चलती है तथा वायु दाब में असमानताओं को संतुलित करती है।

  • दबाव का अंतर सीधे हवा की गति के समानुपाती होता है, जिसका अर्थ है कि दबाव का अंतर जितना अधिक होगा, हवा उतनी ही तेज बहती है।
  • हवा की क्षैतिज गति को सूर्यातप एवं पृथ्वी की घूर्णन गति के कारण चलने वाली हवा के रूप में वर्णित किया गया है।
  • वायु का प्रवाह तथा दिशा निम्नलिखित भौगोलिक कारकों एवं प्रक्रियाओं द्वारा नियंत्रित होती हैः
    • दाब-प्रवणताः यह बल हवा ....
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