मुगल काल में कला, वास्तुकला एवं साहित्य का विकास

1526 में पानीपत के युद्ध में बाबर की जीत के बाद मुगल वंश की स्थापना हुई। 16वीं से 18वीं शताब्दी तक मुगल राजवंश का शासन बड़े पैमाने पर कला रूपों, स्थापत्य शैलियों को प्रदर्शित करता है, जो तत्कालीन समय में तेजी से विकसित हुए थे।

मुगल वास्तुकला

  • उत्तर भारत में दिल्ली सल्तनत के पश्चात मुगलों ने शासन किया था। मुगल काल को ‘द्वितीय क्लासिकल युग’ कहा जाता है।
  • इस काल में पहली बार आकार एवं अलंकरण की विविधता का प्रयोग निर्माण के लिए पत्थर के लावा, प्लास्टर एवं पच्चीकारी या पित्रड्यक्कूरा का प्रयेाग किया गया। मुगलकालीन स्थापत्य कला में गुंबदों एवं ....
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