वैकल्पिक ईंधन

वैकल्पिक ईंधन पेट्रोलियम के अतिरिक्त अन्य स्रोतों से प्राप्त होते हैं। इसको नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त किया जाता है तथा उत्पादन घरेलू स्तर पर किया जाता है, जिससे आयातित तेल पर निर्भरता कम हो जाती है। यह गैसोलीन या डीजल की अपेक्षा कम प्रदूषण उत्पन्न करता है।

  • वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को सरकार निरंतर प्रोत्साहित करती रहती है, जिसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं-
    • कच्चे तेल के लिए आयात निर्भरता को कम करना,
    • कार्बन उत्सर्जन में कमी,
    • वायु प्रदूषण को कम करना आदि।

वैकल्पिक ईंधन प्रौद्योगिकी

वैकल्पिक ईंधन में हाइड्रोजन, प्राकृतिक गैस तथा प्रोपेन जैसे गैसीय ईंधन शामिल है। इथेनॉल, मेथनॉल और ब्यूटेनॉल जैसे अल्कोहल, ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष