खनिजों के भंडार तथा उत्पादन: भारत एवं विश्व

भारत अपनी विविध भूवैज्ञानिक संरचना के कारण विविध प्रकार के खनिज संसाधनों से संपन्न है। अधिकांश मूल्यवान खनिज पूर्व-पुरापाषाण युग (Pre-PalaezoicAge) के उत्पाद हैं तथा मुख्य रूप से प्रायद्वीपीय भारत की रूपांतरित और आग्नेय चट्टानों से जुड़े हैं।

  • उत्तर भारत का विशाल जलोढ़ मैदानी क्षेत्र आर्थिक उपयोग के खनिजों से रहित है। खनिज संसाधन देश को औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक आधार प्रदान करते हैं। भारत विश्व का दूसरा इस्पात उत्पादक, तीसरा कोयला उत्पादक, चौथा लौह उत्पादक है तथा इसके पास विश्व का पांचवां सबसे बड़ा बॉक्साइट भंडार है।

खनिज संसाधनों के प्रकार

  • रासायनिक एवं भौतिक गुणों के आधार पर, खनिजों ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष