भारत में जनजातियों का वितरण

जनजाति एक पारंपरिक समाज में एक सामाजिक विभाजन है, जिसमें एक समान संस्कृति और बोली के साथ सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक या रक्त संबंधों से जुड़े परिवार शामिल होते हैं।

  • एक जनजाति में कुछ गुण और विशेषताएं होती हैं, जो इसे एक अद्वितीय सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक इकाई बनाती हैं।
  • भारत में जनजातियों को ‘आदिवासी’ नाम से भी जाना जाता है।
  • संविधान की ‘पांचवीं अनुसूची’ के अंतर्गत भारत में आदिवासी समुदायों को मान्यता प्रदान की है। इसलिए संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त जनजातियों को ‘अनुसूचित जनजाति’ के रूप में जाना जाता है।
  • भारतीय संविधान का अनुच्छेद 342, अनुसूचित जनजातियों को राज्य अथवा केंद्र शासित प्रदेश के ....
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