शहरी क्षेत्र विकास और वन्यजीव संरक्षण
- शहरी विस्तार से जैव विविधता, आवास, पोषण गतिशीलता और पारिस्थितिक प्रक्रियाओं सहित पारिस्थितिक तंत्र में बदलाव आ जाता है।
- शहरीकरण जीव जंतुओं के प्राकृतिक आवास को नष्ट कर सकता है, इससे बड़े जीवों को विचरण हेतु पर्याप्त स्थान प्राप्त नहीं हो पता है।
- आक्रामक/गैर-देशी प्रजातियों के आगमन से प्राकृतिक रूप से निर्मित खाध-जाल विकृत हो जाता है तथा देशी प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
- केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 का उद्देश्य देश के वन्यजीवों को अवैध शिकार, तस्करी और अवैध व्यापार से सुरक्षित करना था। इस अधिनियम को जनवरी, ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 फसल की किस्मों को बेहतर बनाने में विकिरण का उपयोग
- 2 वैज्ञानिक अनुसंधान : मानव प्रजनन दर और परस्पर संबंध
- 3 आईएनएस संधायक समुद्र में भारतीय नौसेना का 'गूगलमैप'
- 4 शिंगल्स या हर्पीज़ के वायरस
- 5 डिजिटल डिटॉक्स की सख़्त जरूरत
- 6 ई-कचरा प्रबंधन से जुड़ी जागरुकता बेहद जरुरी
- 7 स्कूली विद्यार्थियों के बीच लोकप्रिय : एनएमएल - जिज्ञासा कार्यक्रम
- 8 भारत के सुप्रसिद्ध खगोल विज्ञानी
- 9 पौधों के संरक्षण व उन्नत प्रजाति विकसित करने में आई.एल.पी. मार्कर की अहम भूमिका
- 10 अग्निकुल का अग्निबाण
पत्रिका सार
- 1 डिजिटल युग में पारंपरिक कला के स्वरूप
- 2 भारत में लोकप्रिय संगीत
- 3 आधुनिक तकनीक और संदर्भों के जरिये लोक कला की पुनर्कल्पना
- 4 कला, उपचार और अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम
- 5 कला संग्रहालयों पर डिजिटल प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया का प्रभाव
- 6 बुद्धिमत्ता के साथ कला से कृत्रिम मेधा तक
- 7 डिजिटल और नवीन कृषि तकनीकें
- 8 हरा सोनाः बांस की खेती
- 9 मशरूम की खेतीः एक फलदायी और लाभदायक उद्योग
- 10 पोषण और आजीविका सुरक्षा के लिए मधुमक्खी पालन
- 11 भारत में फूलों की खेतीः आय का नया साधन
- 12 जैविक कृषिः वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएं
- 13 भारत में डेयरी और मत्स्यपालन क्षेत्र में अवसर
- 14 भविष्य की खाद्य सुरक्षा हेतु हाइड्रोपोनिक्स और वर्टिकल खेती
- 15 वनों के कटाव तथा जलवायु परिवर्तन से पर्वतीय पक्षियों को खतरा
- 16 कीटभक्षी या मांसाहारी पौधो
- 17 भूमध्य सागर में आक्रामक पौधों का उपनिवेशीकरण
- 18 भारत में वन्यजीव संरक्षण के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग
- 19 सीमा पार पशु रोगः भारतीय परिप्रेक्ष्य
- 20 इसरो के युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम: युविका
- 21 विज्ञान साहित्य महोत्सव: विज्ञानिका