डिजिटल युग में पारंपरिक कला के स्वरूप

  • कला का डिजिटलीकरण कलाकार को अत्यधिक विविधता और सहजता प्रदान करता है।
  • डिजिटलीकरण की प्रक्रिया में इंटरएक्टिव मल्टीमीडिया इंस्टॉलेशन, 2D 3D एवं 4D आयामों के साथ आभासी वास्तविकता (VR) एवं संवर्द्धित वास्तविकता (AR) जैसी आधुनिक विधियों की मदद से कला की उत्कृष्ट कृतियां बनाने एवं उन्हें लोकप्रिय बनाने की अधिक संभावना होती है।
  • डिजिटल एनहैंसमेंट तकनीक कलात्मक परंपराओं को सतत रूप से परिवर्तित करते रहने तथा इसे मानवजाति की यात्र के साथ समन्वित रखने में सहायक रही है।
  • समर्पित डिजिटल मीडिया अभियानों के माध्यम से अनेक मृत कला रूपों का पुनरुत्थान हुआ ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

पत्रिका सार