समुद्री अपशिष्ट का सामना करने हेतु तटीय शहरों का गठबंधान

19 अप्रैल, 2023 को दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी विज्ञान और पर्यावरण केंद्र (CSE) द्वारा समुद्री अपशिष्ट का सामना करने हेतु तटीय शहरों का गठबंधन (Coalition of Coastal Cities to Combat) नामक पहल को शुरू किया गया है।

  • समुद्री पारिस्थितिक तंत्र में पाये जाने वाले सभी कचरे में से 90 प्रतिशत हिस्सा प्लास्टिक का होता है।
  • भारत की तटीय सीमा रेखा 9 राज्यों और 66 तटीय जिलों में विस्तृत है तथा यह लगभग 7,517 किमी लंबी है।
  • भारत में लगभग 80 प्रतिशत समुद्री कूड़ा ठोस कचरे के भूमि-आधारित कुप्रबंधन के कारण होता है, जो विभिन्न माध्यम से समुद्र तल तक पहुंचता है।
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