बाह्य वाणिज्यिक उधारी

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में कहा कि कॉरपोरेट इंडिया द्वारा हस्ताक्षरित बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) के समझौते 2023 की अप्रैल-जून तिमाहीं में 12 अरब डॉलर तक पहुंच गए, जो कि एक साल पहले की अवधि के स्तर से तीन गुना अधिक है।

  • ईसीबी का तात्पर्य भारतीय कंपनियों द्वारा विदेशी स्रोतों से ऋण, बांड या अन्य वित्तीय साधनों के रूप में धन उधार लेना है।
  • इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के वित्तपोषण के लिए किया जा सकता है, जिसमें व्यवसाय का विस्तार, संपत्ति का अधिग्रहण और मौजूदा ऋण का पुनर्भुगतान शामिल है।
  • ईसीबी विभिन्न स्रोतों से प्राप्त किया जा सकता है, जिनमें विदेशी ....
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