भाषा मैत्री सेतु परियोजना

अप्रैल 2023 में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने उन देशों में भारत के सांस्कृतिक पदचिह्न का विस्तार करने के लिए ‘द लैंग्वेज फ्रेंडशिप ब्रिज’ नामक एक विशेष परियोजना की परिकल्पना की है।

  • भारत लोगों के बीच बेहतर आदान-प्रदान की सुविधा के लिए म्यांमार, श्रीलंका, उज्बेकिस्तान और इंडोनेशिया जैसे देशों में बोली जाने वाली भाषाओं में विशेषज्ञों का एक समूह बनाने की योजना बना रहा है।
  • इसकी योजना इनमें से प्रत्येक देश की आधिकारिक भाषाओं में पांच से 10 लोगों को प्रशिक्षित करने की है।
  • अब तक ICCR ने 10 भाषाओं पर ध्यान केंद्रित किया हैः कजाख, उज्बेक, भूटानी, घोटी (तिब्बत में बोली जाने ....
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