मानव तस्करी

ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC) के अनुसार ‘शोषण, जबरन श्रम, वेश्यावृत्ति एवं स्वार्थपूर्ण लाभ हेतु किसी भी व्यक्ति की बल अथवा धोखाधड़ी के माध्यम से भर्ती, परिवहन, शरण एवं स्थानांतरण की प्रक्रिया मानव तस्करी कहलाती है।

  • NCRB के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 (5,788) एवं 2017 (5,900) की तुलना में वर्ष 2019 में देश में कुल 6,616 मानव तस्करी के मामले दर्ज किए गए।

प्रमुख पहलें

  • भारतीय दंड संहिता (IPC) धारा 370, 370।, 372 और 373
  • अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम, 1956
  • बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006,
  • बंधुआ श्रम प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम, 1976
  • बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम, ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष