जैव प्रौद्योगिकी

जैव प्रौद्योगिकी एक ऐसी तकनीक है, जिसमें विभिन्न उत्पादों का विकास व निर्माण करने के लिए जैविक प्रणालियों, जीवित जीवों अथवा इनके कुछ हिस्सों का उपयोग किया जाता है।

  • यह तकनीक आनुवंशिक रूप से संशोधित रोगाणुओं, कवक, पौधों तथा जीवों का उपयोग करके बायोफार्मास्यूटिकल्स एवं अन्य जैविक उत्पादों के औद्योगिक पैमाने के उत्पादन से संबंधित है।
  • वैश्विक जैव प्रौद्योगिकी उद्योग में भारत की हिस्सेदारी लगभग 3% है, इसी के साथ भारत विश्व के 12 शीर्ष जैव प्रौद्योगिकी देशों में शामिल है।
  • वर्ष 2020 में भारतीय जैव प्रौद्योगिकी उद्योग का मूल्य 70 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। 2025 तक इसके 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष