प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता का अधिकार
प्राण एवं दैहिक स्वतंत्रता का अधिकार | |||
वाद | निर्णय | महत्वपूर्ण बिंदु | प्रभाव |
एडीएम जबलपुर बनाम शिवकांत शुक्ला, 1976 | 28 अप्रैल, 1976 को सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने माना था कि स्वतंत्रता का अधिकार पूर्ण नहीं है। असाधारण परिस्थितियों, जैसे कि आंतरिक आपातकाल की स्थिति में स्वतंत्रता को विनियमित किया जा सकता है। | आपातकाल के दौरान निवारक निरोध कानून के तहत अनगिनत गिरफ्तारियों को वैध ठहराया गया। कहा गया कि बचाव .... |
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