सूफी आन्दोलन का समाज एवं संस्कृति पर प्रभाव

सूफी आंदोलन का संबंध इस्लाम धर्म में एक सुधार आंदोलन से है। इस आंदोलन ने स्वतंत्र सोच के साथ-साथ सहिष्णुता तथा उदार विचारों को को बढ़ावा दिया। सूफी संतों ने धर्म के नाम पर लोगों के उत्पीड़न, रूढ़िवादिता एवं मन की संकीर्णता का व्यापक विरोध किया। इस आंदोलन के प्रचारक सभी मनुष्यों की समानता में विश्वास करते थे। यह आंदोलन हिंदू धर्म में प्रचलित वेदांत दर्शन के समान है जिसने मनुष्य के स्वतंत्र विकास तथा आध्यात्मिक उन्नति को मूल आवश्यकता बताया है।

सूफी आंदोलन का विकास

इस आंदोलन का आरंभ मुख्य रूप से फारस में हुआ था। भारत में 13वीं ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

मुख्य विशेष