पॉवासन वायरस
हाल ही में, संयुक्त राज्य अमेरिका में टिक-जनित पॉवासन वायरस (Tick-borne Powassan virus) के संक्रमण के कारण एक महिला की मृत्यु हो गई।
पॉवासन वायरस के बारे में: पॉवासन वायरस एक फ्लेविवायरस (Flavivirus) है, जो ‘टिक’ नामक कीट द्वारा फैलता है। यह वायरस उत्तरी अमेरिका और रूस के सुदूर पूर्व में पाया जाता है। पूरे यूरेशिया में गर्म जलवायु में पाया जाता है।
- इसका नाम ओंटारियो के पोवासन शहर के नाम पर रखा गया है क्यों कि 1958 में पहली बार इस वायरस की पहचान की गई थी।
- वायरस से संक्रमित कई लोगों में कोई लक्षण नहीं होते हैं। कुछ में बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, उल्टी, एन्सेफलाइटिस, दौरे जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। वर्तमान में बीमारी के इलाज के लिए कोई विशिष्ट दवा उपलब्ध नहीं है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 पी.एस.एल.वी.-सी53/डी.एस.-ई.ओ. मिशन
- 3 रामसे हंट सिंड्रोम
- 4 परमाणु ईंधन टीवीएस-2एम
- 5 वे फ़ाइंडिंग एप्लीकेशन
- 6 DAVINCI मिशन
- 7 लिक्विड नैनो यूरिया
- 8 चीन का सौर ऊर्जा संयंत्र
- 9 कृत्रिम पेप्टाइड्स या मिनी-प्रोटीन
- 10 सूर्य नूतन
- 11 मिशन डिजिटल इंडिया ‘भाषिनी’
- 12 परम अनंत
- 13 इंडियन नेशनल सेंटर फ़ॉर स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन
- 14 पवन-सौर हाइब्रिड विद्युत सुविधा
- 15 होमोएसईपी रोबोट (HomoSEP Robot)
- 16 संचार उपग्रह GSAT-24
- 17 विश्व स्वास्थ्य सभा का 75वां सत्र
- 18 एनविजन ऑर्बिटर
- 19 शैक्षिक मेटावर्स पॉलीवर्सिटी
- 20 चंद्रमा का एक नया व्यापक भूवैज्ञानिक मानचित्र
- 21 पशुओं के लिए कोविड-19 टीकाः एंकोवैक्स
- 22 पहला लिक्विड मिरर टेलीस्कोप
- 23 डायरेक्ट-टू-मोबाइल प्रौद्योगिकी
- 24 पृथ्वी-II मिसाइल का परीक्षण
- 25 अग्नि-4 मिसाइल का सफ़ल परीक्षण