उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना
सहभागी ग्रामीण अर्थव्यवस्था (participatory rural economy) और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 सितंबर, 2021 को ‘उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना’ शुरू करने की घोषणा की।
- इसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को गांवों में बुनियादी ढांचे के विकास के विभिन्न कार्यों में सीधे भाग लेने का मौका मिलेगा।
- परियोजना की कुल लागत का 50 प्रतिशत सरकार वहन करेगी, जबकि शेष 50 प्रतिशत का योगदान इच्छुक लोगों द्वारा किया जाएगा।
- बदले में परियोजना का नामकरण व्यक्तियों की इच्छा के अनुसार किया सकता है।
- मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभागों को नई योजना के औपचारिक शुभारंभ के लिए एक कार्य योजना प्रस्तुत करने को भी कहा है।
निर्भया-एक पहल
उत्तर प्रदेश सरकार ने 29 सितंबर, 2021 को लखनऊ में मिशन शक्ति - चरण 3 के तहत ‘निर्भया-एक पहल’ कार्यक्रम की शुरुआत की।
- नई पहल के तहत 75,000 महिलाएं राज्य के बैंकों से जुड़ेंगी, सस्ती ब्याज दरों पर ऋण प्राप्त करेंगी और तीन महीने के लिए पीएम मुद्रा योजना के तहत राज्य सब्सिडी का लाभ उठा सकेंगी।
- ‘मिशन शक्ति’ उत्तर प्रदेश सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और सशत्तफ़ीकरण को बढ़ावा देना है। ‘मिशन शक्ति’ का पहला चरण अक्टूबर 2020 में शुरू किया गया था।
उत्तर प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय
- राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 28 अगस्त, 2021 को गोरखपुर में राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय ‘महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय’ की आधारशिला रखी।
- राज्य सरकार की आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण पर 815 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है, इसके लिए पिपरी और तारकुली गांवों के पास विश्वविद्यालय के लिए 52 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है।
- आयुष विश्वविद्यालय में आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षण संस्थानों की स्थापना केंद्रीय भारतीय चिकित्सा परिषद के दिशा-निर्देशों के अनुसार की जाएगी।
- इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश में ‘महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय’ का उद्घाटन भी किया।
- महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय, एक निजी संस्थान है, जिसे गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया है।
- इनका नाम ‘नाथ पंथ’ के संस्थापक गुरु गोरखनाथ के नाम पर रखा गया है।