असम
असम की ‘जुडिमा’ राइस वाइन को मिला जीआई टैग
26 सितंबर, 2021 असम में दीमा हसाओ जिले की दिमासा जनजाति द्वारा निर्मित शराब ‘जुडिमा’ (Judima) को भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग प्रदान किया गया है।
- चावल से बना एक स्थानीय किण्वित पेय (fermented drink), जुडिमा का नाम ‘जु’ (रन) से लिया गया है जिसका अर्थ है शराब और ‘डिमा’ (dima) का अर्थ है ‘दिमासा से संबंधित’।
- यह एक हल्का पीला या लाल रंग (चावल के रंग के आधार पर) का पेय है, इसमें मधुर सुगंध होती है और स्वाद में मीठा होता है।
- यह तीन अलग-अलग प्रकार के शाऊल (saul) (चावल) से बनाया जाता हैः लाल या सफेद बोरा (चिपचिपी किस्म), गैर-बोरा (गैर-चिपचिपी किस्म) और बेयरिंग (bairing) चावल (केवल दिमासा लोगों द्वारा झूम शैली में खेती की जाने वाली एक अनूठी किस्म)।
- यह जीआई टैग पाने वाला कार्बी आंगलोंग और दीमा हसाओ के पहाड़ी जिलों का दूसरा उत्पाद है। 2007 में, कार्बी आंगलोंग के ‘अदरक’ को जीआई टैग प्रदान किया गया था।
ओरंग राष्ट्रीय उद्यान के नाम से ‘राजीव गांधी’ का नाम हटाया गया
असम कैबिनेट ने 1 सितंबर, 2021 को ओरंग राष्ट्रीय उद्यान से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम हटाने का फैसला किया है।
- गुवाहाटी से लगभग 120 किमी. उत्तर-पूर्व में स्थित, ओरंग राष्ट्रीय उद्यान असम के सात राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है और शीर्ष तीन गैंडा आवासों में से एक है।
- 1985 में ओरंग को वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था तथा 1999 में एक राष्ट्रीय उद्यान में अपग्रेड किया गया था। अगस्त 2005 में तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान इसका नाम ‘राजीव गांधी ओरंग राष्ट्रीय उद्यान’ किया गया था।
- मार्च 2016 में ‘राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण’ द्वारा राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। टाइगर रिजर्व के तहत 492-46 वर्ग किमी. क्षेत्र है।