REC बनी महारत्न कंपनी
सितंबर 2022 में ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (REC) को ‘महारत्न’ केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (CPSE) का दर्जा दिया गया है।
- महारत्न का दर्जा प्राप्त करने वाली यह 12वीं कंपनी है।
- ‘महारत्न’ का दर्जा उस कंपनी को दिया जाता है, जिसने लगातार बीते 3 वर्षों में 5,000 करोड़ रुपए से अधिक का शुद्ध लाभ कमाया हो या बीते 3 वर्षों के लिये उसका औसत वार्षिक कारोबार 25,000 करोड़ रुपए था।
- ‘केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों’ (CPSEs) का आशय ऐसी कंपनियों सेहोता है, जिसमें केंद्र सरकार या अन्य CPSE की प्रत्यक्ष हिस्सेदारी 51% या उससे ज्यादा होती है।
- आरईसी वर्तमान में वित्तीय और संचालन संबंधी समस्याओं को दूर करते हुए वितरण क्षेत्र में सुधार के लिए संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के लिए नोडल एजेंसी की भूमिका निभा रहा है।
- महारत्न’ व्यवस्था की शुरुआत वर्ष 2010 सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े उद्यमों को वैश्विक स्तर पर दिग्गज बनाने के उद्देश्य से की गई थी।
आर्थिक परिदृश्य
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 किसान क्रेडिट कार्ड डिजिटलीकरण कार्यक्रम
- 3 समूह वेदांता और फ़ॉक्सकॉन कंपनी के बीच समझौता
- 4 आईबीए की 75वीं वार्षिक बैठक
- 5 "अवैध लोन ऐप" बैठक
- 6 सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया PCA फ्रेमवर्क से बाहर
- 7 मार्केट कैप को पार करने वाला तीसरा बैंक बना एसबीआई
- 8 ‘बैंक ऑन व्हील’ वैन का अनावरण
- 9 एग्रीबाजार किसान सफ़लता कार्ड
- 10 वन लाइनर समसामयिकी
- 11 रेलवे भूमि नीति संशोधन
- 12 बल्क ड्रग फ़ार्मा पार्क
- 13 चुनार लॉजिस्टिक्स पार्क
- 14 वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद की 26वीं बैठक
- 15 रुपया व्यापार हेतु पहला ऋणदाता बैंक बना-यूको
- 16 राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति
- 17 विदेशी ऋण में वृद्धि
- 18 सरकारी स्वास्थ्य व्यय 2018-19
- 19 भारत का शीर्ष निवेश गंतव्य बना-आंध्र प्रदेश
- 20 फ़ार्मा सही दाम 2.0 ऐप
- 21 विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था