उद्देश्यः संधारणीय और हरित विनिर्माण प्रौद्योगिकी, बाजार तक पहुंच, कौशल और गुणवत्ता आदि से संबंधित समस्याओं को हल करके MSEs की संवृद्धि सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, MSEs के मौजूदा क्लस्टर और औद्योगिक क्षेत्रें में अवसंरचनाओं का निर्माण भी इसके उद्देश्य में शामिल है।