एक अंतरराष्ट्रीय परिवहन एवं पारगमन गलियारे की स्थापना के लिए 25 अप्रैल, 2022 को ईरान के इस्लामी गणतंत्र, ओमान के सुल्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान गणराज्य के मध्य अश्गाबात समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
अश्गाबात समझौते में मध्य एशिया और फारस की खाड़ी के बीच वस्तुओं के पारगमन और परिवहन की सुगमता की परिकल्पना की गई है। फरवरी 2018 में भारत के सम्मिलित होने के साथ ही, इसकी कुल सदस्यता छः हो गई है। इसमें भारत के अतिरिक्त ईरान, कजाखस्तान, ओमान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान सम्मिलित हैं।