विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग दिवस

मई 2021 में विश्व स्वास्थ्य सभा के 74वें सत्र में 30 जनवरी को ‘विश्व उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD) दिवस’ के रूप में घोषित किया। पहला विश्व NTD दिवस वर्ष 2020 में अनौपचारिक रूप से मनाया गया था।

  • इस दिन को मान्यता देने का प्रस्ताव संयुक्त अरब अमीरात द्वारा प्रस्तुत किया गया था, जिसे प्रतिनिधियों द्वारा सर्वसम्मति से अपनाया गया।

वैश्विक स्तर पर उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों की स्थितिः इस रोग से वैश्विक स्तर पर लगभग एक बिलियन से अधिक लोग प्रभावित हैं।

  • ये रोग रोके जाने व उपचार योग्य हैं, हालांकि इसके बावजूद ये रोग- गरीबी एवं पारिस्थितिक तंत्र के साथ उनके जटिल अंतर्संबंध- विनाशकारी स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक परिणामों का कारण बने हुए हैं।
  • कुल 20 उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग हैं, जिसमें से कालाजार और लसीका फाइलेरिया जैसे परजीवी रोगों समेत भारत में कम-से-कम 11 उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग मौजूद हैं, जिससे देश भर में लाखों लोग प्रभावित होते हैं, इनमें प्रायः अधिकतर लोग गरीब एवं संवेदनशील वर्ग से होते हैं।

उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग (NTD)

NTD संचारी रोग है, जो अफ्रीका, एशिया और अमेरिका जैसे उष्णकटिबंधीय देशों में हाशिये पर रहने वाले समुदायों में सबसे सामान्य है। ये रोग विभिन्न प्रकार के रोगजनक कारकों; जैसे-वायरस, बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ और परजीवी के कारण होते हैं।

  • NTD विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में सामान्य है, जहां लोगों के पास स्वच्छ पानी या मानव अपशिष्ट के निपटान के सुरक्षित तरीकों तक पहुंच नहीं है।
  • NTD के उदाहरण हैं: सर्पदंश का जहर, खुजली, जम्हाई, ट्रेकोमा, लीशमैनियासिस और चगास रोग आदि।

उन्मूलन के लिए भारतीय पहलः NTDs के उन्मूलन की दिशा में गहन प्रयासों के हिस्से के रूप में वर्ष 2018 में ‘लिम्फेटिक फाइलेरिया रोग के तीव्र उन्मूलन की कार्य-योजना’ (APELF) शुरू की गई थी।

  • वर्ष 2005 में भारत, बांग्लादेश और नेपाल की सरकारों द्वारा सबसे संवेदनशील आबादी के शीघ्र निदान और उपचार में तेजी लाने और रोग निगरानी में सुधार एवं कालाजार को नियंत्रित करने के लिये WHO-समर्थित एक क्षेत्रीय गठबंधन का गठन किया गया है।
  • भारत पहले ही कई अन्य NTDs को समाप्त कर चुका है, जिसमें गिनी वर्म, ट्रेकोमा और याज शामिल हैं।
  • यद्यपि भारत ने गिनी कृमि रोग, याज़, ट्रेकोमा समेत विभिन्न NTDs का उन्मूलन कर लिया है, तथापि यह विश्व के 11 प्रमुख NTDs से प्रभावित है।