उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों (NTDs) के उन्मूलन के लिए की गई पहल

वर्ष 2021-2030 की अवधि के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के नए रोडमैप में उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों के उन्मूलन हेतु तीन रणनीतिक बदलावों का आ“वान किया गयाः

    • प्रक्रिया को मापने की जगह प्रभाव को मापा जाएगा।
    • रोग विशिष्ट योजना और कार्यक्रम के निर्माण के स्थान पर सभी क्षेत्रों में सहयोगात्मक कार्य पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
    • बाह्य रूप से संचालित एजेंडा के स्थान पर देश के स्वामित्व वाले और देश द्वारा वित्तपोषित कार्यक्रमों को प्रारंभ किया जाएगा।
  • इसके रोकथाम और नियंत्रण के लिए WHO के प्रथम रोडमैप को वर्ष 2012 में प्रकाशित किया गया था।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा NTDs की रोकथाम, नियंत्रण, उन्मूलन और समाप्ति संबंधी प्रक्रिया को गति प्रदान करने के लिए निवारक कीमोथेरेपी, रोगों के रोकथाम प्रबंधन हेतु नए और सघन उपाय, वाहक नियंत्रण और कीटनाशकों का प्रबंधन, सुरक्षित पेयजल, मूलभूत सफाई और स्वच्छता सेवाएं एवं शिक्षा तथा पशुजन्य रोगों का प्रबंधन जैसे पांच लोक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों की अनुशंसा की गई है।
  • END7 एक अंतरराष्ट्रीय जन जागरूकता अभियान है, जिसका उद्देश्य वर्ष 2020 तक सात उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों को पुर्णतः समाप्त करना है।
  • भारत, बंगलादेश और नेपाल ने वर्ष 2005 में कालाजार के उन्मूलन हेतु एक पहल को आरंभ किया गया था, जिसका पहला उद्देश्य एक स्वास्थ्य समस्या के रूप में कालाजार का अंत करना है।