दिसम्बर, 2021 में सरकार ने गुजरात राज्य के अहमदाबाद में स्थित सत्याग्रह का प्रतीक स्थल के रूप में स्थापित साबरमती आश्रम के ‘पुनरुद्धार’ (Restoration) तथा ‘नवीकरण’ (Renovation) का निर्णय लिया।
आश्रम की स्थापना
दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद में महात्मा गांधी का पहला आश्रम 25 मई, 1915 को अहमदाबाद के कोचराब क्षेत्र में स्थापित किया गया था। आश्रम को 17 जून, 1917 को साबरमती नदी के तट पर स्थानांतरित कर दिया गया था।
विरासत
आश्रम में रहते हुए गांधी जी ने आत्मनिर्भरता के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए शारीरिक श्रम, कृषि और साक्षरता पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक स्कूल का गठन किया था।
‘स्वतंत्रता संग्राम’ में भूमिका
ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक विरासतों का पुनर्विकास एवं पुनरुद्धारः एक विश्लेषण
|
वर्तमान में आश्रम की प्रासंगिकता
साबरमती आश्रम, हमें आशावान और आशावादी होने की याद दिलाता है। यह बताता है कि, हमें अत्यधिक प्रतिकूल परिस्थितियों में भी महात्मा गांधी की परिकल्पना को विफल नहीं होने देना है।