‘केंद्रीय संस्कृति मंत्रलय’ द्वारा ‘भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद’ (Indian Council fo Historical Research- ICHR) के सहयोग से वर्ष 2019 में प्रकाशित ‘शहीदों की डिक्शनरी’ (Dictionary of Martyrs) प्रकाशित की गयी थी, जिसमे ‘मोपला नरसंहार’ के मुख्य वास्तुकार वरियामकुननाथ कुंजामहम्मद हाजी और अली मुसलियार को शहीद का दर्जा दिया गया था।
कारण
समिति की रिपोर्ट में वरियामकुननाथ कुंजामहम्मद हाजी को ‘कुख्यात मोपला दंगाई नेता’ तथा ‘कट्टर अपराधी’ बताया गया है।
मोपला विद्रोह या मालाबार विद्रोह क्या था?
20 अगस्त, 2021 को मोपला विद्रोह की जयन्ती थी। इसे ‘मोपला दंगों’ के रूप में भी जाना जाता है। विद्रोह की शुरुआत 20 अगस्त, 1921 को हुई थी, जब मुस्लिम काश्तकारों ने ब्रिटिश शासकों (British Rulers) तथा हिन्दू जमीदारों (Hindu Landlords) के खिलाफ हिंसक विद्रोह छेड़ दिया था।
मोपला विद्रोह का राष्ट्रीय आंदोलन से संबंध
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विद्रोह के कारण और परिणाम
ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन और सामंती व्यवस्था के खिलाफ आरंभ हुआ विद्रोह अंत में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक हिंसा के रूप में बदल गया।