मार्च, 2021 में प्रधानमंत्री ने अहोम साम्राज्य (Ahom Kingdom) के सेनापति लाचित बोड़फुकन (Lachit Borphukan) को भारत की ‘आत्मनिर्भर सेना का प्रतीक’ की उपाधी दी।
लाचित बोड़फुकन
लाचित बोड़फुकन का जन्म 24 नवंबर, 1622 को हुआ था। इन्होंने वर्ष 1671 में हुए सराईघाट के युद्ध (Battle of Saraighat) में अपनी सेना का प्रभावी नेतृत्व प्रदान किया, जिससे मुगल सेना का असम पर कब्जा करने का प्रयास विफल हो गया था।
संस्थापक
राजनीतिक व्यवस्था
अहोमों ने भुइयां (जमींदारों) की पुरानी राजनीतिक व्यवस्था को कुचलकर एक नया राज्य बनाया।
समाज
अहोम समाज को कुल/खेल (Clan/Khel) में विभाजित किया गया था। एक कुल/खेल का सामान्यतः कई गांवों पर नियंत्रित होता था।
कला और संस्कृति
अहोम राजाओं ने कवियों और विद्वानों को भूमि अनुदान दिया तथा रंगमंच को प्रोत्साहित किया।
सैन्य रणनीति
अहोम राजा राज्य की सेना का सर्वोच्च सेनापति भी होता था। युद्ध के समय सेना का नेतृत्व राजा स्वयं करता था और पाइक राज्य की मुख्य सेना थी।