क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी और भारत

रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकोनोमिक पार्टनरशिप (RCEP) 15 नवंबर, 2020 को वियतनाम की अध्यक्षता में सम्पन्न शिखर बैठक के दौरान 15 एशिया पैसेफिक देशों के बीच किया गया एक मुक्त व्यापार समझौता है। वस्तुतः एक व्यापक आर्थिक समझौता है, जिसको औपचारिक रूप से 2012 में आरंभ किया गया था। आसियान के 10 सदस्य देशों व 5 अन्य देशों वाले समूह के मध्य संपन्न समझौता 1 जनवरी, 2022 से लागू हो गया है।

  • इस व्यापार समझौते में आसियान के दस राष्ट्रों (ब्रुनेई, वियतनाम, थाइलैंड, सिंगापुर, फिलीपींस, म्यांमार, मलेशिया, लाओस, इंडोनेशिया, कम्बोडिया) के अतिरिक्त ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान, न्यूजीलैंड और दक्षिण कोरिया सम्मिलित हैं।

लुक ईस्ट और एक्ट ईस्ट पॉलिसी

  • 1990 कि दशक में भारत ने अपनी विदेश नीति ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ (पूर्व की ओर देखो नीति) शुरू किया, जिसके तहत भारत ने आसियान देशों के महत्व की एक नये सिरे से पहचान की और तत्पश्चात् पी.वी. नरसिम्हा राव की केन्द्रीय सरकार ने ‘आसियान देशों’ के साथ आर्थिक सम्बन्धों को और मजबूत बनाने हेतु ‘लुक ईस्ट पॉलिसी’ (पूर्व की ओर देखो नीति) की शुरूआत की। इस नीति का मुख्य लक्ष्य भारत के व्यापार की दिशा पश्चिमी और भारत के पड़ोसी देशों से हटाकर उभरते हुए दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों की ओर करना था।
  • एक्ट ईस्ट पॉलिसीः यह एशिया-प्रशांत क्षेत्र के विस्तारित पड़ोसी देशों पर केंद्रित है। इस नीति की अभिकल्पना मूल रूप से आर्थिक पहल के तौर पर की गई थी, जिसमें वार्ता एवं सहयोग के लिए संस्थागत तंत्रों को स्थापित किए जाने सहित राजनीतिक, रणनीतिक तथा सांस्कृतिक आयाम शामिल हैं।
  • ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का उद्देश्य द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय स्तरों पर सतत संबद्धता के माध्यम से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों के साथ आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना तथा रणनीतिक संबंधों का विकास करना है, जिससे अरुणाचल प्रदेश सहित हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के साथ हमारे पड़ोसी देशों से संपर्क बढ़ाया जा सकेगा। एक्ट ईस्ट पॉलिसी में पूर्वोत्तर भारत को प्राथमिकता दी गई है।
  • पूर्व की ओर देखो नीति का ध्यान दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ केवल आर्थिक एकीकरण में वृद्धि करना था और क्षेत्र केवल दक्षिण पूर्व एशिया तक ही सीमित था। दूसरी ओर ‘पूरब की ओर काम करो नीति’ का ध्यान आर्थिक एकीकरण के साथ-साथ सुरक्षा एकीकरण भी है और इसका संकेन्द्रण दक्षिण पूर्व एशिया के साथ-साथ पूर्वी-एशिया में भी बढ़या गया है।