भारत और आसियान के बीच व्यापार घाटा दोनों देशों के बीच प्रमुख समस्या है। वर्तमान में दोतरफा व्यापार लगभग 80 अरब अमेरिकी डॉलर का है और गैर-व्यापार बाधाओं तथा अन्य बाधाओं को दूर करने से आने वाले वर्षों में इस आंकड़े को 200 अरब डॉलर तक ले जाया जा सकता है।