उड़ीसा के मंदिरः उड़ीसा के मंदिर मुख्यतः भुवनेश्वर, पुरी एवं कोणार्क में है, जिनका निर्माण 8वीं से 13वीं शताब्दी के मध्य हुआ। भुवनेश्वर का ‘लिंगराज मंदिर’ उड़ीसा शैली का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है। इसके अतिरिक्त पुरी का जगन्नाथ मंदिर तथा कोणार्क स्थित सूर्य मंदिर श्रेष्ठ उदाहरण है।
गुजरात तथा राजस्थान के मंदिरः चालुक्य (सोलंकी) राजाओं के काल (941-1240 ई.) में गुजरात के अन्हिलवाड़ा एवं राजस्थान के आबू पर्वत के भव्य मंदिरों और गुजरात के शिव मंदिर का उल्लेख किया जा सकता है। माउंट आबू पर दिलवाड़ा का जैन मंदिर प्रसिद्ध है।