नई मंजिल योजना का शुभारंभ 8 अगस्त, 2015 को पटना, बिहार में किया गया था और यह वर्ष 2016-17 में चालू की गई थी।
उद्देश्यः ऐसे अल्पसंख्यक युवाओं को लाभान्वित करना है, जिनके पास औपचारिक रूप से स्कूल छोड़ने का प्रमाण-पत्र नहीं है, अर्थात् जो स्कूल ड्रापआऊट्स की श्रेणी में आते हैं अथवा मदरसों इत्यादि जैसे सामुदायिक शिक्षा संस्थानों में पढें़ हैं।