राष्ट्रीय पर्यटन नीति, 2002

राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2002 इस क्षेत्र के तीव्र विकास तथा विश्व भर से निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था।

इस नीति का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को अर्थव्यवस्था के विकास के मुख्य कारक के रूप में विकसित करना और पर्यावरणीय धारणीयता को मद्देनजर रखते हुए देश में रोजगार सृजन व गरीबी उन्मूलन करना था।

  • राष्ट्रीय पर्यटन नीति 2002 के प्रमुख लक्ष्य निम्नलिखित हैं-
    • पर्यटन को आर्थिक विकास के मुख्य इंजन के रूप में स्थिति प्रदान करना;
    • रोजगार सृजन, आर्थिक विकास और ग्रामीण पर्यटन को गति देने के लिए पर्यटन के प्रत्यक्ष और बहुगुणक प्रभाव का वर्धन करना;
    • पर्यटन विकास के लिए मुख्य संचालक के रूप में घरेलू पर्यटन पर बल देना।
    • निजी क्षेत्रक की महत्वपूर्ण भूमिका मानना, जिसमें सरकार सक्रिय सुसाध्यकर्ता और उत्प्रेरणा के रूप में कार्य करती है।
  • यह एकीकृत पर्यटन परिपथ का सृजन और विकास कर भारत की अनोखी सभ्यता, धरोहर का संरक्षण करता है।