पर्यटन से सम्बन्धित राष्ट्रीय कार्य योजना 1992 में बनायी गई थी, जिसमें इस उद्योग के महत्व, रोजगार उत्पन्न करने पर इसके प्रभाव, विदेशी मुद्रा विनिमय की प्राप्ति सम्बन्धी रूप रेखा प्रस्तुत की गई थी।
इस कार्य योजना में निम्नलिखित उद्देश्य समाहित हैं-
पर्यटन क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि।
राष्ट्रीय विरासत तथा पर्यावरण का संरक्षण
अंतरराष्ट्रीय पर्यटन से विदेशी मुद्रा की प्राप्ति का लक्ष्य।